हरियाणा के माजरा में देश का 24वा एम्स बनने लग रहा है और जल्द ही बनकर ये तैयार हो जायेगा। इस एम्स के तैयार होने के बाद में दक्षिण हरियाणा के साथ साथ में राजस्थान के अलवर, सीकर, चूरू और बाकि के जिले जो हरियाणा की सिमा से सटे हैं उन सभी को काफी लाभ मिलेगा। मौजूदा समय में एम्स का कार्य प्रगति पर है और चीताडूंगरा रोड की तरफ से बॉउंड्री वाल का कार्य जोरों शोरों से चल रहा है।
आपको याद होगा की अभी कुछ महीने पहले ही देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने इस एम्स का शिलान्यास किया था और तब से लेकर अब तक लगातार इसका कार्य हो रहा है। माजरा में बन रहे देश के 24वे एम्स को बनाने में 1600 करोड़ रूपए का खर्च आने वाला है।
देश का 22वा एम्स माजरा के नाम
भारत की केंद्र सरकार की तरफ से अभी तक पुरे देश में 24 एम्स दिए जा चुके है जिनमे से माजरा में बनने लग रहा है 22वा एम्स है। इससे पहले देश में 19 एम्स बनकर तैयार हो चुके है और जनता की सेवा में समर्पित किये जा चुके है तथा 5 एम्स अभी निर्माणाधीन है। सबसे आखिर में माजरा को दिया गया है है।
दिल्ली में है सबसे बड़ा एम्स
भारत में बहुत सारे एम्स है लेकिन इन सभी एम्स में दिल्ली में स्थित एम्स सबसे बड़ा है जहां पर दुनिया की अत्याधुनिक सुविधाओं को पब्लिक की सेवा के लिए रखा गया है। भारत के हर कोने के साथ साथ में दुनिया भर के लोग दिल्ली में स्थित एम्स में इलाज करवाने आते है। दिल्ली एम्स की शुरुआत 2 जून 1956 को की गई थी और तब से लेकर आज तक इसमें लगातार लोगों का बेहतरीन इलाज किया जा रहा है। दिल्ली के एम्स की आधार शिला 1952 में रखी गई थी। उस समय की तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री राजकुमारी अमृत कौर ने एम्स को लेकर विधेयक लोकसभा में पेश किया था जिसकी मजूरी के बाद में एम्स का निर्माण हुआ था।
रेवाड़ी एम्स महत्वपूर्ण है
रेवाड़ी के माजरा में बन रहा एम्स काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस क्षेत्र में अभी तक कोई भी बड़ा हॉस्पिटल नहीं आया था और लोगों को अपने इलाज के लिए या तो रोहतक जाना होता था या फिर दिल्ली और जयपुर की और जाना होता था। लेकिन इस एम्स के निर्माण पूरा होने और इसके शुरू होने के बाद में दक्षिण हरियाणा के लोगों के साथ साथ में इससे सटे राजस्थान के लोगों को भी बेहतर इलाज मिलने लगेगा।