HDFC Bank Loan : अगर आप HDFC बैंक से लोन ले रहे है या ले चुके है तो आपको बता दे की बैंक ने हाल ही में MCLR दरों में बदलाव किया है। जिसमे 5 बेसिस पॉइंट तक की बढ़ोतरी की गई है। जिसके बाद Loan की दरों में इजाफा देखने को मिलने वाला है। ये बदलाव 7 सितम्बर को किया गया है। हालाँकि ये MCLR दर 3 महीने की अवधि के लोन पर 5 बेसिस पॉइंट तक बढ़ा है । फ़िलहाल HDFC बैंक में MCLR दरे 9.45 फीसदी हो चुकी है।
MCLR दर बढ़ने से क्या असर होगा
MCLR दरों में बढ़ोतरी 3 महीने की अवधि के लिए ब्याज दरों में 5 बेसिस पॉइंट की हुई है। जिसके कारण अब लोन पर अधिक ब्याज दर लागु होने वाली है। इससे लोन भरने वाले लोगो को अधिक EMI देनी होगी। इसका सीधा असर कस्टमर की जेब पर होने वाला है। 3 महीने की अवधि के लिए बैंक ने ब्याज दर में 5 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के बाद नई ब्याज दर 9.30 फीसदी हो गई है
MCLR कम होने पर क्या होता है।
यदि बैंको में MCLR कम होता है तो लोन भी सस्ते होते है। ब्याज दर कम होती है। जिससे कस्टमर को अधिक पैसे का भुगतान नहीं करना होता है। लेकिन जैसे जैसे MCLR दर बढ़ती है। ब्याज दरों में बदलाव होता है। MCLR वो न्यूनतम दर है। जिसके निचे बैंक कस्टमर को लोन की सुविधा नहीं देता है। जितना MCLR बढ़ेगा उतना ही लोन पर ब्याज बढ़ता जायेगा। कम होगा तो लोन सस्ता हो जायेगा। लेकिन आपको जानकारी के लिए बता दे की कि MCLR रेट बढ़ने पर आपके लोन पर ब्याज दरें तुरंत नहीं बढ़ती हैं. लोन लेने वालों की EMI रीसेट डेट पर ही आगे बढ़ती है.
HDFC बैंक फ़िलहाल ओवरनाइट के लिए बैंक 9.10 फीसदी और एक महीने के लिए 9.15 फीसदी की दर पर लोन दे रहा है। 3 महीने के अलावा अन्य अवधि के लिए कोई बदलाव नहीं हुआ है। एमसीएलआर में कमी या बढ़ोतरी का सीधा असर लोन (होम लोन, कार लोन, एजुकेशन लोन आदि) लेने वाले ग्राहक पर पड़ता है।